खगोल-विज्ञान के क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे भारत और स्पेन                                                                 

      

भारत और स्पेन खगोल-विज्ञान के क्षेत्र में अब मिलकर काम करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने खगोल-विज्ञान के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी आधारित सहयोग को बढ़ावा देने से संबंधित समझौते को मंजूरी दे दी है। यह जानकारी केंद्र सरकार द्वारा जारी एक ताजा वक्तव्य में दी गई है।

इस वक्तव्य में बताया गया है कि यह समझौता केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत कार्यरत भारतीय ताराभौतिकी संस्थान (Indian Institute of Astrophysics), बेंगलुरु और स्पेन के कैनरी द्वीप में स्थित खगोल भौतिकी अनुसंधान संस्थान (Instituto de Astrofisica de Canarias) एवं ग्रैंटेकैन (GRANTECAN) के बीच किया जाएगा। बताया जा रहा है कि यह पहल खगोल-विज्ञान के क्षेत्र में संयुक्त अध्ययन को बढ़ावा देने में उपयोगी साबित होगी।


इस समझौते के अंतर्गत खगोल-विज्ञान से जुड़ी अभिनव गतिविधियों को अंजाम दिया जाएगा, जिससे नये वैज्ञानिक तथ्यों को उजागर करने, नयी प्रौद्योगिकियों के विकास, परस्पर संपर्क एवं प्रशिक्षण के जरिये क्षमता निर्माण और संयुक्त वैज्ञानिक परियोजनाओं पर साथ काम करने का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा।

इस समझौते के अंतर्गत खगोल-विज्ञान से जुड़ी अभिनव गतिविधियों को अंजाम दिया जाएगा, जिससे नये वैज्ञानिक तथ्यों को उजागर करने, नयी प्रौद्योगिकियों के विकास, परस्पर संपर्क एवं प्रशिक्षण के जरिये क्षमता निर्माण और संयुक्त वैज्ञानिक परियोजनाओं पर साथ काम करने का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा।

इस समझौते के अंतर्गत आयोजित होने वाली संयुक्त शोध परियोजनाएं, प्रशिक्षण कार्यक्रम, कॉन्फ्रेंस, सेमिनार इत्यादि से शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों, छात्रों एवं तकनीकी विशेषज्ञों के लिए नये आयाम खुल सकते हैं। इस पहल से सेग्मेंटेड टेलिस्कोप तकनीकों एवं रेडियो टेलिस्कोप के विकास और भविष्य में विशिष्ट सहयोग को भी बढ़ावा मिल सकता है।


इंडिया साइंस वायर

ISW/USM/04/11/2020

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